सल्तनत कालीन सामाजिक और धार्मिक जीवन
Medieval India

सल्तनत कालीन सामाजिक और धार्मिक जीवन: अभिजात वर्ग और सामाजिक बदलाव

13वीं-14वीं सदी का दिल्ली सल्तनत और सल्तनत कालीन सामाजिक और धार्मिक जीवन   13वीं-14वीं सदी का दिल्ली सल्तनत काल भारतीय इतिहास में सल्तनत कालीन सामाजिक और धार्मिक जीवन के परिवर्तनों का महत्वपूर्ण दौर था। इस युग में तुर्क-अफगान शासकों के साथ स्थानीय परंपराओं का अनूठा समन्वय देखने को मिला। अभिजात वर्ग (नोबल्स) की शक्ति संघर्ष, […]

दिल्ली सल्तनत की आर्थिक स्थिति
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दिल्ली सल्तनत की आर्थिक स्थिति: जानिए कैसे बदली भारत की किस्मत!

दिल्ली सल्तनत की आर्थिक स्थिति : समृद्धि, संघर्ष और बदलाव की कहानी   दिल्ली सल्तनत की आर्थिक स्थिति (1206–1526) ने उत्तर भारत की अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव डाला। इस अवधि में कृषि उत्पादन, व्यापारिक गतिविधियों, सिक्कों के चलन और कर प्रणाली में बड़े बदलाव देखे गए। इतिहासकार इस बात पर मतभेद रखते हैं कि तुर्क

दिल्ली सल्तनत की प्रशासनिक व्यवस्था
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दिल्ली सल्तनत की प्रशासनिक व्यवस्था और शासन संरचना का विस्तृत विश्लेषण

  दिल्ली सल्तनत की प्रशासनिक व्यवस्था (Delhi Sultanate Administrative System) 13वीं और 14वीं शताब्दी में भारतीय उपमहाद्वीप के राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक विकास का एक महत्वपूर्ण चरण था। इस काल में गुलाम वंश, खिलजी वंश और तुगलक वंश ने अपनी प्रशासनिक नीतियों से सल्तनत को संगठित करने का प्रयास किया। इन नीतियों ने दिल्ली सल्तनत

दिल्ली सल्तनत का पतन
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दिल्ली सल्तनत का पतन: क्यों बिखर गया एक शक्तिशाली साम्राज्य?

  दिल्ली सल्तनत का पतन भारतीय इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है। इस प्रक्रिया के दौरान कई आंतरिक और बाहरी कारकों का प्रभाव था, जिन्होंने दिल्ली सल्तनत का पतन तेज़ कर दिया। जिनमें सत्ता संघर्ष, प्रशासनिक भ्रष्टाचार, और तैमूर का आक्रमण प्रमुख थे। क्या आप जानते हैं कि एक समय भारत पर

Portrait of Firoz Shah Tughlaq, the Sultan of Delhi, in royal attire with traditional headgear.
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फ़िरोज़शाह तुगलक के चौंकाने वाले सुधार: जिसने बदल दी दिल्ली की तक़दीर!

  फ़िरोज़शाह तुग़लक़ (1351-1388) का शासन दिल्ली सल्तनत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ था। फ़िरोज़शाह तुगलक के प्रशासनिक और आर्थिक सुधार ने एक मानवतावादी और परोपकारी शासन की नींव रखी, जिससे न केवल समाज में सुधार हुआ बल्कि कृषि और नगरीय विकास में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई। इस लेख में हम फ़िरोज़शाह तुगलक के

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