Author name: Vivek Singh

I am Vivek Singh, a mechanical engineer with a profound passion for Indian history. Although my professional background is in engineering, I have always been deeply fascinated by the rich and diverse history of India. Over the years, I have collected numerous books and dedicated myself to studying the cultural, political, economical and social transformations that have shaped the subcontinent. Through my blog, I aim to share the insights and stories I've uncovered, offering a unique perspective that blends my analytical mindset as an engineer with my love for history.

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शुंगकालीन संस्कृति: सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक और कलात्मक दृष्टिकोण

  शुंगकालीन संस्कृति: इतिहास, धर्म, और समाज पर प्रभाव    शुंग राजाओं का शासन भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण था। उन्होंने मगध साम्राज्य के मध्य भाग को विदेशी हमलों से बचाया। इस तरह, मध्य भारत में शांति और व्यवस्था स्थापित की गई। इसके साथ ही, उन्होंने मौर्य साम्राज्य के पतन के आई विकेंद्रीकरण की प्रवृत्ति […]

पुष्यमित्र शुंग
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पुष्यमित्र शुंग और शुंग वंश का इतिहास: उत्पत्ति, शासन और पतन

  पुष्यमित्र शुंग भारतीय इतिहास के एक महत्वपूर्ण शासक थे, जिन्होंने मौर्य साम्राज्य के अंतिम शासक बृहद्रथ की हत्या कर शुंग वंश की स्थापना की। उनकी इस साहसिक क्रांति ने भारतीय राजनीति के दिशा-निर्देश को बदल दिया। मौर्य साम्राज्य के पतन के बाद शुंग वंश ने न केवल भारत की रक्षा की, बल्कि वैदिक धर्म

Medieval India

बलबन का युग: प्रशासनिक सुधार और सैन्य शक्ति

  बलबन का युग (1246-87): दिल्ली सल्तनत का स्वर्णिम दौर    हालांकि बलबन ने 1266 में दिल्ली के सिंहासन पर कदम रखा, लेकिन 1246 से 1287 तक का समय वास्तव में बलबन का युग माना जाता है। इस दौरान, दिल्ली में उनका प्रभाव और उनकी शक्ति दिन-ब-दिन बढ़ी। उनका योगदान दिल्ली सल्तनत की राजनीति और

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रज़िया सुलतान का उत्थान और पतन: दिल्ली सल्तनत में तुर्की कुलीनों का संघर्ष

दिल्ली सल्तनत के इतिहास में 1236 से 1290 तक के समय को एक महत्वपूर्ण अवधि माना जाता है, जब एक सशक्त और केंद्रीकृत राजतंत्र की स्थापना के लिए संघर्ष हो रहा था। इस समय दिल्ली में राजनीतिक अस्थिरता और तुर्की कुलीनों के बीच गुटबाजी के कारण सत्ता के लिए संघर्ष और विद्रोहों का दौर था।

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कुतुबुद्दीन ऐबक और इल्तुतमिश के शासनकाल में दिल्ली सल्तनत की स्थापना

दिल्ली सल्तनत की स्थापना 1206 में कुतुबुद्दीन ऐबक के नेतृत्व में हुई थी, जो भारत में तुर्की शासन की नींव रखने वाले पहले शासक बने। उनके बाद इल्तुतमिश ने दिल्ली सल्तनत को सुदृढ़ किया और इसे एक संगठित और शक्तिशाली राज्य में बदल दिया। इस लेख में हम कुतुबुद्दीन ऐबक और इल्तुतमिश के शासनकाल की

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